प्रकृति की छटा जहाँ अद्भूत अपार जिसका अचल अटल पर्वत चहुँ और से करे श्रंगार देवों की भूमि यह है पवित्र पावन भूखंड जहाँ श्रद्धा भक्ति की हरपल जलती जोत अखंड वो है उतराखंड। वो है उतराखंड । यह वो पावन देवभूमि जहाँ ज्ञान का सागर बहे हर क्षण जहाँ चार धामों में बरसे श्रद्धा सुमन गंगोत्री, बद्रीनाथ ,केदारनाथ और यमनोत्री करें भक्तों का आहवाह्न। जो है सचखंड वो है उतराखंड वो है उतराखंड। जहाँ सैकडों जीवनदायिनी नदियॉं पवित्र गंगा , यमुना , मंदाकिनी, भागीरथी और अलकनंदा संग करती है जन-जन का अभिनंदन वो है उतराखंड। वो है उतराखंड । मोक्षदायिनी माँ गंगा की जहाँ अनंतकाल से बहे निर्मल धारा। देवों की यह भूमि है भूमि वीर बलिदानों की जहाँ दयानंद सरस्वती ने राष्ट्रीय चेतना का किया आगाज़। जहाँ गाँधी संग सत्यग्रह पथ पर उमड़ा जन सैलाब। जहाँ कालू महरा , ज्योतिराम कांडपाल व खड़ग बहादूर से जन्मे देश के लाल । वो है उतराखंड । The land of one and all Where gale when blows breaths of eternal equality and harmony, Where Chaste Bodh monastries, Pristine Churches, pious temples and holy Gurudwaras stand ...